12
Jul-2016

Typhoid Fever Treatment In Hindi With Video – टाइफाइड बुख़ार के उपचार

 

Typhoid Fever Treatment In Hindi

टाइफाइड बुख़ार के उपचारों (Typhoid Fever Treatment) के लिए  घरेलू एवं प्राकृतिक उपचारों को सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि यह सभी उपचार टाइफाइड बुख़ार तो ठीक करते ही हैं साथ ही टाइफाइड से उत्पन्न बैक्टीरिया से भी शरीर को बचाते हैं. आइये एक नज़र डालते हैं टाइफाइड बुख़ार के लक्षणों, कारणों एवं इसके घरेलू एवं प्राकृतिक उपचारों पर!

टाइफाइड बुख़ार क्या है ?

टाईफॉइड या आंत्रज्वर सैमोनेली टाईफा नाम के बैक्टीरिया के इन्फेक्शन के कारण होने वाली बीमारी है जो शरीर के लगभग पूरे शरीर के कई ओर्गंस में फ़ैल जाती है. आम तौर पर टाइफाइड खाने या पीने या फिर संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से फैलता है.

टाईफॉइड के लक्षण :

टाईफॉइड के कारण :

  • सैमोनेली टाईफा बैक्टीरिया
  • बैक्टीरिया संक्रमित पानी या भोजन खाना
  • टाईफॉइड संक्रमित रोगी के संपर्क में आना

नीचे पोस्ट में पढ़िए टाइफाइड बुख़ार के प्राकृतिक एवं घरेलू उपचारों को जो कि प्रभावी रूप से इस समस्या से निजात दिलाने में मददगार साबित होते हैं.

टाइफाइड के घरेलू उपचार (Typhoid Fever Treatment) : वीडियो

टाइफाइड के घरेलू उपचार (Typhoid Fever Treatment) – 1

  • 2 लीटर पानी में 5 लौंग डालकर इसे अच्छी तरह उबाल लीजिये.
  • जब पानी आधा रह जाये तो इसे छान लीजिये और ठंडा होने दीजिये.
  • इस पानी को पूरे दिन भर में थोड़ा थोड़ा पीकर खत्म कर देना चाहिये.

Colves water

इसे रोज़ाना लगभग 7 दिन तक जरूर करना चाहिये. इससे टाईफॉइड में बहुत तेजी से फायदा मिलता है.

टाइफाइड के घरेलू उपचार (Typhoid Fever Treatment) – 2

तुलसी विष और बुखार दोनों को ख़त्म करती है इसलिये तुलसी टाईफॉइड में बहुत कारगर दवा है.

  • तुलसी के 7 पत्तों का रस निकाल लीजिये.
  • इसमें 1 चुटकी काली मिर्च का पाउडर अच्छी तरह मिला लीजिये.
  • इसे रोज़ाना दिन में 2 बार लगभग 15 दिनों तक लेना चाहिये.

Combination of holy basil leaves juice and black salt

इससे टाईफॉइड बैक्टीरिया का इन्फैक्शन बहुत जल्दी खत्म होता है और टाईफॉइड में बहुत जल्दी आराम मिलता है.

टाइफाइड के घरेलू उपचार (Typhoid Fever Treatment) – 3

विष को ख़त्म करने वाली छाछ भी टाईफॉइड की बीमारी में बहुत फायदेमंद है. यह पेट को भी सही रखती है और बुखार को भी ठीक करती है.

  • 200 मिली. छाछ में 15 मिली धनिये की पत्तियों का रस अच्छी तरह मिला लीजिये.
  • इसे रोज़ाना दिन में 2 बार करीब 15 दिनों तक पीना चाहिये.

Combination of coriander leaves juice and buttermilk

ये शरीर से विष को बाहर निकाल देती है, खाना पचने की क्रिया को ठीक करती है और बुखार को भी ठीक करती है.

इससे टाईफॉइड की बीमारी में बहुत तेज़ी से फायदा होता है.

टाईफॉइड होने पर हाई कैलोरी और हाई प्रोटीन डाईट लेते रहना चाहिये जिससे शरीर में ऊर्जा की कमी नहीं होती और बीमारी से लड़ने की ताकत मिलती रहती है. साथ ही थोड़ा थोड़ा खाना दिन में कई बार में खाना चाहिये जिससे उल्टियाँ भी नहीं होती हैं.

नारियल पानी, नीबू पानी और फ्रूट ज्यूस भी अच्छी मात्रा में लेते रहना चाहिये जिससे शरीर में पानी की कमी नहीं होती. साथ ही दही, वेजीटेबल सूप, उबला हुआ चावल और उबला हुआ आलू भी लिया जा सकता है.

तला हुआ, मिर्च मसालेदार भोजन, माँस, मछली, अंडा, कच्ची सब्जियां वगैरह बिलकुल नहीं खाने चाहिये. इस प्रकार ये सावधानियाँ रखते हुए घरेलू उपचार भी करते रहने चाहिये. इससे टाईफॉइड में बहुत तेज़ी से फायदा मिलता है.

आशा है कि टाईफॉइड के लिये सरल घरेलू उपचार (typhoid fever treatment) आपके लिये अवश्य ही बहुत फायदेमंद रहेंगे.

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